Class 10 Science Chapter 1 - रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण प्रश्न / उत्तर हिंदी में 

हेलो दोस्तों आज इस लेख पर आपकी मदद के लिए हमने सीबीएसई कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 1 रासायनिक अभिक्रियाएं और समीकरण के नोट्स दिए है। जिन्हे पढ़कर आप परीक्षाओ में अच्छे से लिख सकेंगे, हमने जो भी नीचे जानकारी प्राप्त की है वह पूरी जानकारी सरल भाषा में है| 

आपको पढ़ने में आसानी होगी और साथ ही आप इस अध्याय को अच्छे से समझ भी पाएंगे| इसके अलावा आपको बता दे की रासायनिक अभिक्रियाएं की विशेषताएं,  रासायनिक समीकरण के नियम, रासायनिक समीकरण से प्राप्त होने वाली सूचनाएँ और इसके लाभ आदि जैसे हर विषय पर चर्चा करेंगे|


अध्याय - 1  रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

दोस्तों पहले हम जानेंगे की रासायनिक अभिक्रिया किसे कहते है? इसके उत्पाद, भौतिक परिवर्तन, और उदाहरण:  


रासायनिक अभिक्रिया किसे कहते है? 

किसी भी पदार्थ में जब कोई भी परिवर्तन होता है तो वह दो प्रकार का परिवर्तन होता है, पहला भौतिक परिवर्तन जिसमे पदार्थ के परिवर्तन के बाद उसे उसी अवस्था में लाया जाता है| 

और दूसरा रासायनिक परिवर्तन जिसमे पदार्थ को रासायनिक गुणों में परिवर्तित किया जाता है, लकिन इसके किसी भी पदार्थ को वापस अपनी अवस्था में नहीं लाया जा सकता है| इन्ही परिवर्तन को रासायनिक अभिक्रिया कहते है| 

यदि दूसरे शब्दों में कहा जाए तो, जब कोई दो या दो से अधिक पदार्थ आपस में मिलकर तथा अभिक्रिया कर के जब अपने रासायनिक गुणों में परिवर्तन कर के नए नए उत्पाद उपलब्ध करते है, उसे रासायनिक अभिक्रिया कहते है| 

उदाहरण: जैसे हमारे शरीर में भोजन का पचना, या वायु तथा नमी की उपस्तिथि में लोहे पर जंग लगना आदि.

रासायनिक अभिक्रिया की पहचान - 

1. किसी पदार्थ की अवस्था में बदलाव 
2. रंग में बदलाव 
3. शरीर में भोजन का पचना 
4. ताप में बदलाव 
5. गैस का निष्कासन 

रासायनिक अभिक्रिया के प्रकार -

हमने ऊपर आपको बताया की रासायनिक अभिक्रिया क्या है और किसे कहते है उदाहरण सहित, अब हम जानेंगे इसके प्रकार रासायनिक अभिक्रिया कितने प्रकार की है और कौन-कौन सी है| 

वैसे तो रासायनिक अभिक्रिया 11 या 12 प्रकार की होती है पर हम इस लेख में रासायनिक अभिक्रिया के 7 प्रकार पड़ेंगे जो अकसर परीक्षाओ में पूछे जाते है: 

1. संयोजन अभिक्रिया (Combination Reaction): जिसमे दो या दो से अधिक पदार्थ या अभिकारक मिलकर अभिक्रिया कर के एक ही उत्पाद बनाते है, उसे संयोजन अभिक्रिया कहते है| जैसे: जब मैग्नीशियम को हवा में जलाया जाता है, तब मैग्नीशियम ऑक्साइड बनता है तो इस परिवर्तन में मैग्नीशियम ऑक्सीजन के साथ संयोजित होता है| 

Mg(s) + O2(g) → 2MgO(s)

मैग्नीशियम + ऑक्सीजन → मैग्नीशियम ऑक्साइड

2. वियोजन अभिक्रिया (Decomposition Reaction): जब किसी एक पदार्थ या अभिकारक का प्रकाश, ऊष्मा, ताप, तथा विद्युत धारा की उपस्थिति में रासायनिक अभिक्रिया करने पर उससे दो या दो से अधिक उत्पाद बनते हैं, उसे वियोजन अभिक्रिया कहते हैं। जैसे: जब कैल्शियम कार्बोनेट को गर्म किया जाता है, तो कैल्शियम ऑक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड में विभाजित हो जाता है।

CaCO3(s) heat−→− CaO(s) + CO2(g)

कैल्शियम कार्बोनेट → कैल्शियम ऑक्साइड + कार्बन डाइऑक्साइड

3. विस्थापन अभिक्रिया (Displacement Reaction): जिसमें एक से अधिक क्रियाशील अभिकारक का परमाणु समूह कम क्रियाशील अभिकारक के प्रभाव या परमाणु समूह को विस्थापित कर देता है, उसे विस्थापन अभिक्रिया कहते है| जैसे: जिंक जब हाइड्रोक्लोरिक एसिड से अभिक्रिया करता है, तो वह हाइड्रोजन गैस तथा जिंक क्लोराइड देता है।

Zn(s) + 2HCl(aq) → ZnCl2(aq) + H2(g)

4. द्विविस्थापन अभिक्रिया (Double displacement reaction): जिसमे क्रियाशील या विक्रम क्रियाशील अभिकारकों  परमाणु जब आपस में विस्थापित होते है, उसे द्विविस्थापन अभिक्रिया कहते है| जैसे: जब सोडियम हाइड्रोक्साइड हाइड्रोक्लोरिक एसिड के साथ अभिक्रिया करता है, तो सोडियम क्लोराइड पानी बनता है। 

NaOH(aq) + HCl(aq) → NaCl(aq) + H2O(l)

5. ऊष्माक्षेपी और ऊष्माशोषी अभिक्रिया (Exothermic – Endothermic Reactions): जिनमें कोई अभिकारक आपस में अभिक्रिया करके साथ साथ उत्पाद बनाते है तो उसमें से ऊष्मा का भी उत्सर्जन होता है अर्थात ऊर्जा बाहर निकलती है, उसे ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते हैं। जैसे: श्वसन प्रक्रिया, जल का निर्माण इत्यादि। 

जब कारकों को आपस में अभिक्रिया करवाने के लिए ऊष्मा की आवश्यकता होती है, तो अभिकारक से उत्पाद बनाने के लिए उसमें ऊष्मा, ताप या विद्युत धारा प्रकाश की आवश्यकता होती है, उसे ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहते है। जैसे: 2H2O(aq) → 2H2(g) + O2(g)  (विद्युत धारा की उपस्थिति में)

6. ऑक्सीकरण अभिक्रिया (Oxidation reaction): जिसमे ऑक्सीजन की वृद्धि होती है और हाइड्रोजन की कमी होती है, ऑक्सीकरण अभिक्रिया कहते है। जैसे: अभिक्रिया में परमाणु अपने इलेक्ट्रॉन त्याग देता है। 

2Mg + O2 → 2MgO
Na → Na+ + e–

7. अपचयन अभिक्रिया (Reduction reaction): जिसमें ऑक्सीजन की कमी होती है तथा हाइड्रोजन की वृद्धि होती है, उसे अपचयन अभिक्रिया कहते है। जैसे: इस प्रकार की अभिक्रिया में परमाणु अपने इलेक्ट्रॉन ग्रहण करता है। 

2MgO → 2Mg + O2
Cl + e– → Cl–

रासायनिक समीकरण क्या है?

जब रासायनिक अभिक्रिया में अभिकारको या पदार्थो तथा उत्पादों को उनके अणु सूत्र या प्रतीक द्वारा प्रदर्शित किया जाता है, तो उससे बने समीकरण को रासायनिक समीकरण कहते हैं। 

उदाहरण: हाइड्रोजन + क्लोरीन → हाइड्रोजन क्लोराइड
                  H2 + Cl2 → 2HCl

रासायनिक समीकरण के प्रकार 

रासायनिक समीकरण मुख्य दो प्रकार के होते है: 

1. संतुलित रासायनिक समीकरण (Balanced chemical equation): जब प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या दोनों तरफ बराबर होती है, उसे संतुलित रासायनिक समीकरण कहते है| उदाहरण के लिए: यदि समीकरण के दोनों ओर जिंक, हाइड्रोजन और सल्फेट की मात्रा बराबर हो, तो यह एक संतुलित रासायनिक समीकरण बन जाता है।

Zn + H2SO4 → ZnSO4 + H2

2. असंतुलित रासायनिक समीकरण (Unbalanced Chemical Equation): जब अभिकारकों में प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या उत्पाद में मौजूद प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या के बराबर नहीं होती है, तो रासायनिक समीकरण को असंतुलित रासायनिक समीकरण कहा जाता है।

जैसे: बाईं ओर केवल एक लोहे का परमाणु मौजूद है, जबकि तीन लोहे के परमाणु दाईं ओर मौजूद हैं। अतः यह एक असंतुलित रासायनिक समीकरण है।

 Fe + H2O → Fe3O4 + H2

रासायनिक अभिक्रियाओं की विशेषताएं :

(i) गैस का विकास: जस्ता और तनु सल्फ्यूरिक एसिड के बीच रासायनिक प्रतिक्रिया हाइड्रोजन गैस के विकास की विशेषता है।

(ii) रंग में परिवर्तन: साइट्रिक एसिड और बैंगनी रंग के पोटेशियम परमैंगनेट के घोल के बीच रासायनिक प्रतिक्रिया को बैंगनी से रंगहीन रंग में परिवर्तन की विशेषता है।

(iii) पदार्थ की अवस्था में परिवर्तन: मोमबत्ती मोम की दहन प्रतिक्रिया को ठोस से तरल और गैस में अवस्था में परिवर्तन की विशेषता है (क्योंकि मोम एक ठोस है, मोम के दहन से बना पानी कमरे के तापमान पर तरल होता है जबकि , मोम के दहन से उत्पन्न कार्बन डाइऑक्साइड एक गैस है)। 

(iv) तापमान में परिवर्तन: बिना बुझे चूने के पानी से बुझा हुआ चूना बनाने की रासायनिक अभिक्रिया तापमान में परिवर्तन (जो तापमान में वृद्धि है) की विशेषता है।

(v) अवक्षेप का निर्माण: अवक्षेप का बनना सल्फ्यूरिक अम्ल और बेरियम क्लोराइड विलयन के बीच रासायनिक अभिक्रिया की विशेषता बेरियम सल्फेट के सफेद अवक्षेप का बनना है।


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